ज्योतिष उपायों से वास्तु दोष कैसे पहचानें

ज्योतिष उपायों से वास्तु दोष कैसे पहचानें

वास्तु दोष का परिचय और महत्वभारतीय संस्कृति में वास्तु शास्त्र का विशेष स्थान है। यह प्राचीन विज्ञान है, जो घर, दुकान, कार्यालय आदि के निर्माण में दिशा, स्थान और ऊर्जा…
जन्मकुंडली दोषों का वास्तु पर प्रभाव

जन्मकुंडली दोषों का वास्तु पर प्रभाव

1. जन्मकुंडली दोष का परिचयभारतीय ज्योतिष शास्त्र में जन्मकुंडली दोषों का विशेष महत्व है। जब किसी व्यक्ति के जन्म के समय ग्रहों की स्थिति शुभ नहीं होती, तो कुंडली में…
ज्योतिष और वास्तु: दोष का परिचय और आपसी संबंध

ज्योतिष और वास्तु: दोष का परिचय और आपसी संबंध

1. ज्योतिष में दोष का परिचयभारतीय संस्कृति में ज्योतिष शास्त्र का विशेष महत्व है। इसमें दोष शब्द का अर्थ होता है—जन्म कुंडली या ग्रहों की स्थिति में ऐसा कोई योग…
वास्तु में राहु-केतु की शांति के लिए पारंपरिक अनुष्ठान

वास्तु में राहु-केतु की शांति के लिए पारंपरिक अनुष्ठान

1. राहु-केतु के प्रभाव और महत्वराहु-केतु क्या हैं?भारतीय ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में राहु और केतु को छाया ग्रह कहा जाता है। ये दोनों ग्रह भौतिक रूप से आकाश में…
घर में राहु-केतु की ऊर्जा संतुलन के उपाय और महत्व

घर में राहु-केतु की ऊर्जा संतुलन के उपाय और महत्व

1. राहु-केतु की ऊर्जा का महत्व और प्रभावभारतीय वास्तु शास्त्र और ज्योतिष में राहु और केतु को छाया ग्रहों के रूप में जाना जाता है। ये दोनों ग्रह हमारे जीवन,…
राहु-केतु का वास्तु दोषों पर प्रभाव: एक विस्तृत अध्ययन

राहु-केतु का वास्तु दोषों पर प्रभाव: एक विस्तृत अध्ययन

1. राहु-केतु की ज्योतिषीय व्याख्या और उनका सांस्कृतिक महत्वराहु और केतु: भारतीय ज्योतिष में महत्वभारतीय ज्योतिष, जिसे वैदिक ज्योतिष भी कहा जाता है, में राहु और केतु को छाया ग्रह…
नवग्रहों की स्थिति और वास्तु दोष: कारण और निवारण

नवग्रहों की स्थिति और वास्तु दोष: कारण और निवारण

1. नवग्रह क्या हैं और इनका वास्तु में महत्वभारतीय संस्कृति में नवग्रहों का विशेष स्थान है। नवग्रह का अर्थ होता है – नौ ग्रह, जो हमारे जीवन और वातावरण पर…
घर में नवग्रहों का संतुलन स्थापित करने के वास्तु उपाय

घर में नवग्रहों का संतुलन स्थापित करने के वास्तु उपाय

1. घर में नवग्रहों का महत्वनवग्रहों की भूमिका और उनका प्रभावभारतीय वास्तु शास्त्र और ज्योतिष में नवग्रहों का बहुत बड़ा महत्व है। नवग्रह – सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र,…
वास्तु और नवग्रह: एक पारस्परिक संबंध की गहन विवेचना

वास्तु और नवग्रह: एक पारस्परिक संबंध की गहन विवेचना

1. वास्तु शास्त्र का संक्षिप्त परिचयवास्तु शास्त्र भारतीय संस्कृति की एक प्राचीन और महत्वपूर्ण विद्या है, जिसे भवन निर्माण, वास्तु नियोजन और पर्यावरण संतुलन के लिए जाना जाता है। यह…
राशि अनुसार घर में कौन सा वास्तु दोष हो सकता है

राशि अनुसार घर में कौन सा वास्तु दोष हो सकता है

परिचय: राशि और वास्तु दोष का संबंधभारतीय संस्कृति में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसके घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे। लेकिन…