भारतीय सम्राटों और राजवंशों द्वारा वास्तु शास्त्र का संरक्षण

भारतीय सम्राटों और राजवंशों द्वारा वास्तु शास्त्र का संरक्षण

1. भारतीय राजवंशों का वास्तु शास्त्र से परिचयभारतीय संस्कृति की गहराई और विविधता में वास्तु शास्त्र का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रहा है। प्राचीन भारत में वास्तु शास्त्र केवल भवन निर्माण…
मुगल काल में स्थापत्य कला एवं वास्तु शास्त्र का मिलन

मुगल काल में स्थापत्य कला एवं वास्तु शास्त्र का मिलन

मुगल काल की ऐतिहासिक पृष्ठभूमिमुगल काल भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास में एक अत्यंत महत्वपूर्ण युग माना जाता है। इस युग की शुरुआत 16वीं सदी में बाबर द्वारा दिल्ली की सत्ता…
वास्तु शास्त्र के ऐतिहासिक समर्पित आचार्य और उनके योगदान

वास्तु शास्त्र के ऐतिहासिक समर्पित आचार्य और उनके योगदान

वास्तु शास्त्र का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्यवास्तु शास्त्र भारतीय संस्कृति और वास्तुकला की एक प्राचीन विद्या है, जिसका उल्लेख वेदों और पुराणों में मिलता है। इसकी उत्पत्ति सिंधु घाटी सभ्यता के दौरान…
रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्यों में वास्तु शास्त्र का उल्लेख

रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्यों में वास्तु शास्त्र का उल्लेख

1. रामायण और महाभारत में वास्तु शास्त्र का ऐतिहासिक महत्वभारतीय सभ्यता के दो प्रमुख महाकाव्य – रामायण और महाभारत – न केवल धार्मिक और नैतिक मूल्यों के द्योतक हैं, बल्कि…
सिन्धु घाटी सभ्यता के नगर नियोजन में वास्तु शास्त्र

सिन्धु घाटी सभ्यता के नगर नियोजन में वास्तु शास्त्र

1. प्रस्तावना : सिन्धु घाटी सभ्यता और वास्तु शास्त्र का महत्वसिन्धु घाटी सभ्यता, जिसे हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे प्राचीन और विकसित नगर सभ्यताओं में…
दक्षिण भारतीय मंदिर वास्तुकला के इतिहास में वास्तु शास्त्र की भूमिका

दक्षिण भारतीय मंदिर वास्तुकला के इतिहास में वास्तु शास्त्र की भूमिका

1. दक्षिण भारतीय मंदिर वास्तुकला का ऐतिहासिक विकासदक्षिण भारत में मंदिर वास्तुकला का इतिहास अत्यंत समृद्ध और विविध है। इस क्षेत्र की मंदिर निर्माण परंपरा वैदिक काल से लेकर आज…
मोहेंजो-दड़ो और हड़प्पा सभ्यता में वास्तु शास्त्र के संकेत

मोहेंजो-दड़ो और हड़प्पा सभ्यता में वास्तु शास्त्र के संकेत

1. मोहेंजो-दड़ो और हड़प्पा सभ्यता का ऐतिहासिक परिचयमोहेंजो-दड़ो और हड़प्पा सभ्यताओं का संक्षिप्त परिचयमोहेंजो-दड़ो और हड़प्पा, सिंधु घाटी सभ्यता की दो प्रमुख नगर थीं, जो लगभग 3300 ईसा पूर्व से…
वास्तु शास्त्र के प्रमुख ग्रंथों और शिल्पियों का संक्षिप्त इतिहास

वास्तु शास्त्र के प्रमुख ग्रंथों और शिल्पियों का संक्षिप्त इतिहास

1. वास्तु शास्त्र का अर्थ एवं महत्ववास्तु शास्त्र की परिभाषावास्तु शास्त्र भारतीय पारंपरिक वास्तुकला और निर्माण की एक प्राचीन विद्या है, जिसमें भवन, मंदिर, नगर, और अन्य संरचनाओं के निर्माण…
प्राचीन भारतीय वास्तुकला का उद्भव और विकास

प्राचीन भारतीय वास्तुकला का उद्भव और विकास

प्राचीन भारतीय वास्तुकला का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्यभारतीय वास्तुकला का इतिहास बहुत पुराना और समृद्ध है। इसकी जड़ें सिंधु घाटी सभ्यता (हड़प्पा संस्कृति) से जुड़ी हुई हैं, जो लगभग 2500 ईसा पूर्व…