मिट्टी की दीवारें: बनावट, रखरखाव और वास्तु लाभ

मिट्टी की दीवारें: बनावट, रखरखाव और वास्तु लाभ

1. मिट्टी की दीवारों का पारंपरिक महत्वभारतीय ग्रामीण वास्तुकला में मिट्टी की दीवारें सदियों से एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती आ रही हैं। भारत के विभिन्न प्रांतों में, मिट्टी को न…
पारंपरिक महाराष्ट्रीयन, बंगाली, और राजस्थानी छप्पर शैली की तुलनात्मक समीक्षा

पारंपरिक महाराष्ट्रीयन, बंगाली, और राजस्थानी छप्पर शैली की तुलनात्मक समीक्षा

छप्पर वास्तुकला का ऐतिहासिक पृष्ठभूमिभारत की पारंपरिक छप्पर शैलियाँ—महाराष्ट्रीयन, बंगाली और राजस्थानी—अपने-अपने क्षेत्रीय, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भों के अनुसार विकसित हुई हैं। इन छप्पर शैलियों का उद्गम भारत की विविध…
मत्स्यपुराण, गरुड़पुराण आदि प्राचीन ग्रंथों में मंदिर/तुलसी स्थान का वर्णन

मत्स्यपुराण, गरुड़पुराण आदि प्राचीन ग्रंथों में मंदिर/तुलसी स्थान का वर्णन

मात्स्यपुराण, गरुड़पुराण की ऐतिहासिक भूमिकाप्राचीन भारतीय संस्कृति में वेद, पुराण और अन्य धार्मिक ग्रंथों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इनमें मात्स्यपुराण और गरुड़पुराण विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं, क्योंकि ये…
घर के आँगन में तुलसी चौरा: स्वास्थ्य, पर्यावरण और वास्तु शास्त्र दृष्टिकोण

घर के आँगन में तुलसी चौरा: स्वास्थ्य, पर्यावरण और वास्तु शास्त्र दृष्टिकोण

1. परिचय: घर के आँगन में तुलसी चौरा का महत्वभारतीय संस्कृति में घर के आँगन में तुलसी चौरा का एक विशेष स्थान है। यह न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि…
पर्यावरण अनुकूल वास्तु: प्राकृतिक सामग्रियों की भूमिका

पर्यावरण अनुकूल वास्तु: प्राकृतिक सामग्रियों की भूमिका

1. पर्यावरण अनुकूल वास्तु का महत्वभारतीय समाज में सतत विकास की आवश्यकता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। पारंपरिक वास्तुशिल्प और आधुनिक जीवनशैली के बीच संतुलन बनाए रखना आज के समय…