ग्राम्य भारत में गोशाला और आंगन से जुड़े रीति-रिवाज एवं त्योहार

ग्राम्य भारत में गोशाला और आंगन से जुड़े रीति-रिवाज एवं त्योहार

1. ग्राम्य भारत में गोशाला का सांस्कृतिक महत्वगोशाला: एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरग्राम्य भारत में गोशाला, जिसे गौशाला भी कहा जाता है, केवल गायों के पालन-पोषण का स्थान नहीं है,…
मिट्टी के घरों की मरम्मत और पुनर्निर्माण के वास्तु नियम

मिट्टी के घरों की मरम्मत और पुनर्निर्माण के वास्तु नियम

1. मिट्टी के घरों का पारंपरिक महत्व और वास्तु में स्थानभारतीय संस्कृति में मिट्टी के घरों का ऐतिहासिक महत्वभारत में मिट्टी के घर सदियों से लोगों के जीवन का हिस्सा…
पारंपरिक छप्परों के निर्माण में प्रयुक्त स्थानीय सामग्री और उनकी विशेषताएँ

पारंपरिक छप्परों के निर्माण में प्रयुक्त स्थानीय सामग्री और उनकी विशेषताएँ

1. परिचय: पारंपरिक छप्परों का सांस्कृतिक महत्वभारत के ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक छप्पर न केवल एक आवासीय संरचना है, बल्कि वह गाँव की सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान का भी प्रतीक…
भारत के विविध राज्यों के पारंपरिक छप्परों की वास्तुशिल्प विशेषताएँ

भारत के विविध राज्यों के पारंपरिक छप्परों की वास्तुशिल्प विशेषताएँ

1. परिचय और छप्पर की अवधारणाभारत एक विविधताओं से भरा देश है, जहां हर राज्य की अपनी अनूठी वास्तुकला और पारंपरिक निर्माण शैली है। इन्हीं में से एक है छप्पर,…
ग्रामीण और पारंपरिक वास्तु में छप्पर के प्रकारों का ऐतिहासिक विकास

ग्रामीण और पारंपरिक वास्तु में छप्पर के प्रकारों का ऐतिहासिक विकास

1. ग्रामीण भारत में छप्पर की परंपरा और महत्वग्रामीण जीवन में छप्पर का ऐतिहासिक महत्वभारत के ग्रामीण इलाकों में छप्पर सदियों से पारंपरिक आवास का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। प्राचीन…
परंपरागत भारतीय गाँवों में मंदिर के वास्तु अनुसार निर्माण एवं दिशाएं

परंपरागत भारतीय गाँवों में मंदिर के वास्तु अनुसार निर्माण एवं दिशाएं

वास्तु शास्त्र का महत्व भारतीय मंदिरों मेंपरंपरागत गाँवों में मंदिर निर्माण की पृष्ठभूमिभारत के पारंपरिक गाँवों में मंदिर न केवल पूजा का स्थान होता है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक…
तुलसी के स्थान की धार्मिक और सांस्कृतिक अनिवार्यता : गाँवों में महत्व

तुलसी के स्थान की धार्मिक और सांस्कृतिक अनिवार्यता : गाँवों में महत्व

1. तुलसी के स्थान का पौराणिक और धार्मिक महत्वभारत के ग्रामीण समाज में तुलसी का पौधा और उसका स्थान एक विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान रखता है। गाँवों में लगभग…
ग्रामीण वास्तुशास्त्र में मंदिर की महत्वपूर्ण भूमिका और उसकी पारंपरिक स्थापत्य शैली

ग्रामीण वास्तुशास्त्र में मंदिर की महत्वपूर्ण भूमिका और उसकी पारंपरिक स्थापत्य शैली

ग्रामीण समाज में मंदिर की सामाजिक और सांस्कृतिक भूमिकाभारत के ग्रामीण क्षेत्रों में मंदिरों का महत्व केवल धार्मिक गतिविधियों तक सीमित नहीं है। ये मंदिर गाँव के लोगों के जीवन…
गोशाला निर्माण में भूमि चयन और दिशाओं का वास्तुशास्त्रीय मूल्यांकन

गोशाला निर्माण में भूमि चयन और दिशाओं का वास्तुशास्त्रीय मूल्यांकन

1. भूमि का महत्व और चयन के मानदंडगोशाला निर्माण के लिए भूमि का महत्वगोशाला एक पवित्र स्थान होती है जहाँ गायों की देखभाल और पालन-पोषण किया जाता है। इसलिए गोशाला…
आंगन: भारतीय ग्रामीण घरों की आत्मा का वास्तुशास्त्रीय विश्लेषण

आंगन: भारतीय ग्रामीण घरों की आत्मा का वास्तुशास्त्रीय विश्लेषण

1. आंगन का सांस्कृतिक एवं सामाजिक महत्वभारतीय ग्रामीण घरों में आंगन की भूमिकाभारतीय ग्रामीण घरों का आंगन केवल एक वास्तुशास्त्रीय तत्व नहीं है, बल्कि यह परिवार और समाज के जीवन…