पंचतत्त्व और वास्तु दोष: समस्याओं के निवारण के उपाय

पंचतत्त्व और वास्तु दोष: समस्याओं के निवारण के उपाय

1. पंचतत्त्व का महत्त्व और परिचयभारतीय संस्कृति में पंचतत्त्व – पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश – को सृष्टि के आधार स्तंभ माना गया है। ये पाँच तत्व न केवल…
डाइनिंग एरिया वास्तु के अनुसार कहाँ होना चाहिए

डाइनिंग एरिया वास्तु के अनुसार कहाँ होना चाहिए

1. डाइनिंग एरिया वास्तु का महत्त्वभारतीय संस्कृति में वास्तु शास्त्र को जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन और सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। भोजन कक्ष,…
रसोई घर में परिवार के महिला-पुरुष के स्वास्थ्य पर दिशाओं का प्रभाव

रसोई घर में परिवार के महिला-पुरुष के स्वास्थ्य पर दिशाओं का प्रभाव

1. परिचय और भारतीय रसोई घर का सांस्कृतिक महत्त्वभारतीय समाज में रसोई घर केवल खाना पकाने की जगह नहीं, बल्कि परिवारिक संस्कृति, मेल-जोल और ऊर्जा का भी केंद्र है। यहाँ…
रंग और ग्रहों का संबंध: किन धोरणों से मिलता है शुभ परिणाम?

रंग और ग्रहों का संबंध: किन धोरणों से मिलता है शुभ परिणाम?

रंगों और ग्रहों का प्राचीन वैदिक संबंधभारतीय संस्कृति और ज्योतिष में रंगों और ग्रहों के बीच एक गहरा और प्राचीन संबंध पाया जाता है। वेदों के युग से ही यह…
घर में जल स्रोत (कुँआ, बोरवेल, जल टंकी) की दिशा और वास्तु नियम

घर में जल स्रोत (कुँआ, बोरवेल, जल टंकी) की दिशा और वास्तु नियम

घर में जल स्रोत का महत्वभारतीय संस्कृति में जल स्रोत, जैसे कि कुँआ, बोरवेल और जल टंकी, को हमेशा से जीवनदायिनी शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना गया है।…
कैश काउंटर और लॉकर के वास्तु संबंधी सामान्य भूलें और बचाव

कैश काउंटर और लॉकर के वास्तु संबंधी सामान्य भूलें और बचाव

1. कैश काउंटर और लॉकर के लिए उपयुक्त दिशा का चयनवास्तु शास्त्र के अनुसार, व्यापारिक स्थल पर कैश काउंटर और लॉकर की सही दिशा का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।…
पूर्व दिशा में मिरर लगाने के लाभ और दोष

पूर्व दिशा में मिरर लगाने के लाभ और दोष

1. पूर्व दिशा में मिरर रखने का पारंपरिक महत्वभारतीय वास्तु शास्त्र में पूर्व दिशा का विशेष स्थान है। इसे सूर्य के उदय की दिशा माना जाता है और जीवन में…
गाँव की पारंपरिक वेशभूषा और मंदिर में जाने के नियम : एक सांस्कृतिक अध्ययन

गाँव की पारंपरिक वेशभूषा और मंदिर में जाने के नियम : एक सांस्कृतिक अध्ययन

गाँव की पारंपरिक वेशभूषा का महत्वभारतीय गाँवों में वेशभूषा की पहचानभारत के हर राज्य और गाँव की अपनी एक अनूठी संस्कृति और परंपरा होती है, जिसमें वेशभूषा का विशेष स्थान…
सर्वधर्म समभाव: ग्रामीण भारत में विभिन्न मतों के मंदिर और तुलसी के स्थान

सर्वधर्म समभाव: ग्रामीण भारत में विभिन्न मतों के मंदिर और तुलसी के स्थान

परिचय: सर्वधर्म समभाव का सिद्धांत और उसका महत्वभारत एक ऐसा देश है जहाँ विविधता में एकता की अद्भुत मिसाल देखने को मिलती है। यहाँ अनेक धर्म, संप्रदाय, और मान्यताएँ सह-अस्तित्व…
प्लॉट चयन में स्थानीय जनसंख्या और सामाजिक परिवेश का विचार

प्लॉट चयन में स्थानीय जनसंख्या और सामाजिक परिवेश का विचार

1. भूमि चयन का सांस्कृतिक महत्वभारतीय समाज में भूमि का चयन केवल एक व्यावसायिक या निवेश का निर्णय नहीं है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परंपराओं से भी गहराई…