वास्तु शास्त्र और अर्धचुंबकीय क्षेत्र: विज्ञान के आयाम

वास्तु शास्त्र और अर्धचुंबकीय क्षेत्र: विज्ञान के आयाम

1. वास्तु शास्त्र का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ववास्तु शास्त्र की उत्पत्तिवास्तु शास्त्र भारतीय उपमहाद्वीप की प्राचीनतम वास्तुकला प्रणाली है, जिसकी जड़ें वैदिक युग तक फैली हुई हैं। यह विद्या न…
स्वागत कक्ष में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के वास्तु उपाय

स्वागत कक्ष में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के वास्तु उपाय

1. स्वागत कक्ष की दिशा और स्थान का चयनवास्तु शास्त्र में स्वागत कक्ष की महत्ताभारतीय परंपरा में स्वागत कक्ष (Drawing Room या Living Room) को घर की सकारात्मक ऊर्जा का…
वास्तु शास्त्र के अनुसार जल प्रदूषण से बचाव के घरेलू उपाय

वास्तु शास्त्र के अनुसार जल प्रदूषण से बचाव के घरेलू उपाय

वास्तु शास्त्र में जल की पवित्रता का महत्वभारत में वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन और घर के वातावरण पर गहरा प्रभाव माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, जल न…
व्यापारिक प्रतिष्ठान में नवग्रहों की कृपा हेतु वास्तु सुझाव

व्यापारिक प्रतिष्ठान में नवग्रहों की कृपा हेतु वास्तु सुझाव

व्यापारिक प्रतिष्ठान में नवग्रहों का महत्वभारतीय संस्कृति में नवग्रहों की भूमिकाभारतीय संस्कृति में नवग्रह—सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु—को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसा विश्वास…