1. चित्रों और पेंटिंग्स का वास्तु में महत्व
भारतीय वास्तु शास्त्र में, चित्र और पेंटिंग्स को घर की ऊर्जा दिशा और वातावरण के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। सही चित्र न केवल आपके घर को सुंदर बनाते हैं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा भी आकर्षित करते हैं। वहीं, अनुचित या नकारात्मक भाव वाले चित्र घर में तनाव, चिंता और अशांति ला सकते हैं। इस कारण से, यह जानना जरूरी है कि कौन से चित्र या पेंटिंग्स वास्तु के अनुसार उपयुक्त हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार चित्रों का प्रभाव
चित्र या पेंटिंग | ऊर्जा पर प्रभाव |
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प्राकृतिक दृश्य (पहाड़, नदी, फूल) | सकारात्मक ऊर्जा, शांति और ताजगी लाते हैं |
भगवान के चित्र (विशेषकर लक्ष्मी-गणेश) | समृद्धि, सौभाग्य और सुरक्षा का प्रतीक |
युद्ध या हिंसा के दृश्य | नकारात्मकता एवं कलह को बढ़ावा देते हैं |
सूखी पेड़-पौधों की तस्वीरें | निराशा और नकारात्मकता का संकेत देती हैं |
चित्रों के स्थान का महत्व
घर में चित्र लगाने की दिशा भी वास्तु शास्त्र में महत्वपूर्ण मानी जाती है। उदाहरण के लिए, उत्तर दिशा में भगवान विष्णु या श्रीकृष्ण की तस्वीर लगाना शुभ होता है। पूर्व दिशा में सूर्योदय या बच्चों की खुशियों वाली तस्वीर लगाने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। मुख्यद्वार के सामने डरावनी या उदासी भरी तस्वीरें कभी नहीं लगानी चाहिए।
भारतीय संस्कृति में लोकप्रिय चित्र
- राधा-कृष्ण की पेंटिंग: प्रेम और सौहार्द्र का प्रतीक
- वृक्ष या बांस के पौधे की तस्वीर: वृद्धि और समृद्धि के लिए शुभ
- सूरजमुखी के फूल: सकारात्मकता और उत्साह बढ़ाने वाले
इस प्रकार, भारतीय वास्तु शास्त्र के अनुसार उपयुक्त चित्र और पेंटिंग्स न केवल घर को सजाते हैं बल्कि उसमें सुख-शांति एवं समृद्धि भी लाते हैं। गलत चित्रों से बचना और सही पेंटिंग्स का चयन करना हमेशा लाभकारी रहता है।
2. खराब ऊर्जा के संकेत और उनकी पहचान
घर या कार्यस्थल में खराब ऊर्जा के लक्षण
अक्सर हमारे घर या ऑफिस में ऐसी स्थिति आ जाती है जब बिना किसी स्पष्ट कारण के अस्वस्थता, तनाव, झगड़े या रुकावटें महसूस होने लगती हैं। भारतीय संस्कृति में माना जाता है कि यह सब वातावरण में फैली नकारात्मक या खराब ऊर्जा की वजह से हो सकता है। आइए जानते हैं कि ऐसे कौन-कौन से संकेत होते हैं जो बताते हैं कि आपके स्थान पर खराब ऊर्जा का प्रभाव है:
लक्षण | कैसे दिखाई देता है |
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अस्वस्थता | लगातार बीमार रहना, थकान या सिरदर्द महसूस होना |
विवाद व कलह | घर में बार-बार झगड़े, आपसी मनमुटाव या ऑफिस में टीम वर्क की कमी |
बाधाएँ और रुकावटें | कामों में बार-बार अड़चन आना, कोई भी काम आसानी से ना होना |
बेचैनी और डर | मन अशांत रहना, रात को ठीक से नींद न आना |
आर्थिक समस्याएँ | पैसे का अचानक रुक जाना या धन हानि होना |
संकेत पहचानने के बाद चित्रों और पेंटिंग्स से सुधार कैसे करें?
भारतीय वास्तुशास्त्र के अनुसार, सही चित्र और पेंटिंग्स आपके घर या ऑफिस की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद कर सकते हैं। नीचे कुछ उपाय दिए गए हैं:
1. सकारात्मक प्रतीक वाले चित्र लगाएं:
भगवान गणेश, लक्ष्मी जी, सूर्य देव, बहते जल की पेंटिंग्स आदि घर-ऑफिस में लगाने से सुख-समृद्धि और सकारात्मकता आती है। इन चित्रों को मुख्य द्वार या बैठक कक्ष में लगाना शुभ होता है।
2. विवाद और अशांति दूर करने के लिए:
शांति और प्रेम दर्शाने वाली प्राकृतिक दृश्य जैसे हरियाली, फूल, पक्षी आदि की पेंटिंग्स ड्राइंग रूम या बेडरूम में लगाएं। इससे मन शांत रहता है और आपसी संबंध मजबूत होते हैं।
3. आर्थिक बाधाएँ दूर करने के लिए:
बहते हुए पानी या सोने के सिक्कों की तस्वीरें उत्तर दिशा में लगाने से आर्थिक प्रगति होती है। ध्यान रखें कि सूखे पेड़ या वीरान जगह की तस्वीरें न लगाएं।
चित्रों और पेंटिंग्स के माध्यम से ऊर्जा संतुलन का त्वरित गाइड:
समस्या का क्षेत्र | उपयुक्त चित्र/पेंटिंग्स |
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अस्वस्थता और तनाव | प्राकृतिक सुंदरता, बहता जल, सूर्योदय की तस्वीरें |
विवाद और अशांति | मोर, कमल फूल, प्रेमदर्शी परिवार की पेंटिंग्स |
आर्थिक समस्याएँ | सोने के सिक्के, कुबेर जी, लक्ष्मी जी की पेंटिंग्स उत्तर दिशा में लगाएं |
बेचैनी और डर | शिव-पार्वती या बुद्ध की शांत मुद्रा वाली तस्वीरें बेडरूम में लगाएं |
इस प्रकार यदि आप समय रहते इन संकेतों को पहचानकर उपयुक्त चित्रों एवं पेंटिंग्स का चयन करते हैं तो घर अथवा कार्यस्थल की खराब ऊर्जा को आसानी से संतुलित किया जा सकता है। इससे पूरे वातावरण में सुख-शांति बनी रहती है और परिवार व व्यवसाय दोनों प्रगति करते हैं।
3. सकारात्मक ऊर्जा के लिए सुझाए गए चित्र एवं पेंटिंग्स
घर या कार्यालय में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने वाले चित्र
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुछ विशेष चित्र और पेंटिंग्स हमारे घर या ऑफिस में नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर, सकारात्मकता लाने में मदद करते हैं। सही दिशा और स्थान पर इन चित्रों को लगाने से वातावरण में शांति, समृद्धि और खुशहाली आती है। नीचे दिए गए तालिका में ऐसे कुछ महत्वपूर्ण चित्रों के उदाहरण और उनके लाभ बताए गए हैं:
चित्र/पेंटिंग | लाभ | सुझाई गई दिशा |
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भगवान गणेश की तस्वीर | बाधाओं का नाश, शुभता एवं समृद्धि का आगमन | मुख्य द्वार के पास या बैठक कक्ष (उत्तर-पूर्व दिशा) |
राधा-कृष्ण की पेंटिंग | वैवाहिक जीवन में प्रेम, सौहार्द्र और सामंजस्य | शयनकक्ष (पूर्व या उत्तर दिशा) |
प्राकृतिक दृश्य (हरियाली, पर्वत, झरना) | मन की शांति, मानसिक ताजगी और सकारात्मक सोच | बैठक कक्ष या अध्ययन कक्ष (उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा) |
बहता पानी (जलप्रपात या नदी की पेंटिंग) | समृद्धि का प्रवाह, आर्थिक वृद्धि और ऊर्जा का संचार | डाइनिंग एरिया या ड्राइंग रूम (उत्तर या पूर्व दिशा) |
सात घोड़ों की पेंटिंग | तेजी से सफलता, ऊर्जा और व्यवसायिक वृद्धि | दफ्तर या घर का ड्राइंग रूम (दक्षिण दीवार पर, मुख उत्तर की ओर) |
महत्वपूर्ण बातें:
- चित्र साफ-सुथरे, उज्ज्वल रंगों वाले एवं बिना किसी नकारात्मक भाव के होने चाहिए।
- टूटी-फूटी या फटी हुई पेंटिंग्स कभी भी घर में नहीं रखनी चाहिए। इससे नकारात्मकता बढ़ सकती है।
- क्रोध, युद्ध, दुख अथवा अकेलेपन को दर्शाने वाली तस्वीरों से बचें। ये घर के माहौल को प्रभावित कर सकती हैं।
- पानी की पेंटिंग्स हमेशा घर के अंदर ही लगाएं, बाहर नहीं। इससे आर्थिक नुकसान से बचाव होता है।
- चित्र लगाने से पहले उनकी दिशा एवं स्थान वास्तु विशेषज्ञ से अवश्य जांच लें।
इन चित्रों को अपनाकर आप अपने घर या ऑफिस में सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव कर सकते हैं तथा वास्तु दोषों को दूर कर सकते हैं। सही चित्र आपके जीवन में खुशहाली और समृद्धि ला सकते हैं।
4. अशुभ चित्रों और प्रतीकों से बचाव
घर में किस तरह के चित्र वर्जित हैं?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुछ चित्र और पेंटिंग्स ऐसी होती हैं जो घर की सकारात्मक ऊर्जा को कम कर सकती हैं। ये चित्र अक्सर नकारात्मक भावनाओं, संघर्ष या दुःख का प्रतीक मानी जाती हैं। ऐसे चित्रों को घर में लगाने से बचना चाहिए, ताकि आपके जीवन में सुख-शांति बनी रहे।
वर्जित या अशुभ माने जाने वाले चित्र व पेंटिंग्स
चित्र या प्रतीक | नकारात्मक प्रभाव |
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युद्ध के दृश्य | घर में कलह, तनाव और विवाद की संभावना बढ़ती है |
दुःख या रोते हुए व्यक्ति | मन में निराशा और दुखद ऊर्जा फैलती है |
अकेला व्यक्ति या पशु | एकाकीपन और अलगाव की भावना उत्पन्न होती है |
सूखे या मृत पेड़ | समृद्धि में बाधा और नकारात्मकता बढ़ती है |
जंगल में खोया हुआ बच्चा | असुरक्षा और चिंता का माहौल बनता है |
डूबता हुआ सूरज या अंधेरा दृश्य | आशा की कमी और अवसाद की संभावना बढ़ती है |
इनसे कैसे बचें?
अगर आपके घर में उपरोक्त चित्र या पेंटिंग्स लगी हुई हैं, तो उन्हें तुरंत हटा दें। उनकी जगह सकारात्मकता दर्शाने वाले जैसे प्रकृति, फूल, प्रसन्न परिवार या धार्मिक प्रतीकों के चित्र लगाएं। इससे घर में सुख-शांति और शुभता बनी रहती है। सही चित्रों का चयन करते समय हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि वे आपके मन और वातावरण पर सकारात्मक असर डालें।
5. चित्रों और पेंटिंग्स की सही दिशा और स्थान
वास्तु शास्त्र के अनुसार, आपके घर में चित्रों और पेंटिंग्स को सही दिशा और स्थान पर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का प्रवाह बढ़ता है। हर कमरे के लिए अलग-अलग दिशाओं और प्रकार के चित्रों की सलाह दी जाती है, जिससे घर का वातावरण खुशहाल और स्वस्थ बना रहे। नीचे दिए गए तालिका में कुछ मुख्य कमरों के लिए उपयुक्त चित्रों और उनकी दिशाओं का उल्लेख किया गया है:
कमरा | चित्र/पेंटिंग्स की दिशा | अनुशंसित चित्र/रंग |
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लिविंग रूम (बैठक कक्ष) | पूर्व या उत्तर दिशा | प्राकृतिक दृश्य, खुशहाल परिवार के चित्र, हल्के रंग |
शयनकक्ष (बेडरूम) | दक्षिण-पश्चिम दीवार | हल्के रंग के फूल, जोड़े के चित्र, शांतिदायक दृश्य |
पूजा कक्ष | पूर्वी दीवार (मुख पूर्व की ओर हो) | धार्मिक चित्र जैसे भगवान गणेश, लक्ष्मी माता, ओम आदि |
रसोईघर (किचन) | उत्तर-पूर्व या पूर्वी दीवार | फल-सब्ज़ियों के चित्र, ताजगी दर्शाने वाले चित्र |
बच्चों का कमरा | उत्तर दिशा या पूर्व दिशा | प्रेरणादायक पोस्टर, शिक्षा संबंधी चित्र, हल्के चमकीले रंग |
चित्रों की चयन में ध्यान रखने योग्य बातें
- टूटे-फूटे या दुखद भाव वाले चित्र घर में न रखें। इससे नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
- हमेशा साफ-सुथरे और सकारात्मक भाव वाले चित्र ही लगाएं।
- ध्यान दें कि पूजा कक्ष में किसी भी प्रकार के युद्ध या हिंसा वाले चित्र न हों। धार्मिक एवं पवित्र चित्र ही उपयुक्त हैं।
- लिविंग रूम में प्रकृति से जुड़े हुए दृश्य लगाने से घर में ताजगी और उमंग बनी रहती है।
- शयनकक्ष में बहुत गहरे या तीखे रंगों के बजाय हल्के रंगों की पेंटिंग्स लगाना शुभ माना जाता है।
सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए सुझाव:
- समय-समय पर चित्रों की सफाई करें। धूल-मिट्टी जमा होने से ऊर्जा प्रवाह बाधित होता है।
- अगर कोई पुरानी तस्वीर खराब हो जाए तो उसे तुरंत हटा दें और नई सकारात्मक तस्वीर लगाएं।
- घर में परिवारजनों के मुस्कुराते हुए चेहरे या सुखद यादों को दर्शाने वाली तस्वीरें जरूर लगाएं। इससे आपसी प्रेम और आनंद बना रहता है।