पिरामिड और क्रिस्टल से संबंधित झूठी धारणाएँ और उनके पीछे का वास्तु विज्ञान

पिरामिड और क्रिस्टल से संबंधित झूठी धारणाएँ और उनके पीछे का वास्तु विज्ञान

1. पिरामिड और क्रिस्टल के बारे में सामान्य भ्रांतियाँभारतीय समाज में पिरामिड और क्रिस्टल को लेकर कई प्रकार की मिथकें और भ्रांतियाँ प्रचलित हैं। प्राचीन काल से ही लोग मानते…
ससुराल में दाम्पत्य जीवन को बेहतर बनाने के लिए शयनकक्ष की वास्तु योजना

ससुराल में दाम्पत्य जीवन को बेहतर बनाने के लिए शयनकक्ष की वास्तु योजना

1. शयनकक्ष की वास्तु का पारिवारिक महत्वभारतीय संस्कृति में ससुराल का जीवन केवल एक दाम्पत्य संबंध नहीं, बल्कि दो परिवारों के बीच भावनात्मक, मानसिक और आध्यात्मिक जुड़ाव का प्रतीक होता…
स्थायी विकास और पर्यावरण संतुलन में पंचतत्त्व का योगदान

स्थायी विकास और पर्यावरण संतुलन में पंचतत्त्व का योगदान

1. परिचय: पंचतत्त्व की भारतीय अवधारणाभारतीय संस्कृति में पंचतत्त्व – भूमि (पृथ्वी), जल, अग्नि, वायु और आकाश – न केवल सृष्टि के मूलभूत तत्व माने जाते हैं, बल्कि ये हमारे…
राहु-केतु और वास्तु दोषों का समाधान

राहु-केतु और वास्तु दोषों का समाधान

1. राहु-केतु का ज्योतिषीय महत्व और पौराणिक सन्दर्भभारतीय ज्योतिष में राहु और केतु दो ऐसे छाया ग्रह हैं, जिनका मानव जीवन पर गहरा प्रभाव माना जाता है। ये दोनों ग्रह…
दक्षिण दिशा में सीढ़ियाँ: निर्माण में ध्यान देने योग्य बातें

दक्षिण दिशा में सीढ़ियाँ: निर्माण में ध्यान देने योग्य बातें

वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा का महत्वभारतीय वास्तुकला में दक्षिण दिशा का विशेष महत्व है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, प्रत्येक दिशा का अपना विशिष्ट प्रभाव और ऊर्जा होती है, जो…
मत्स्यपुराण, गरुड़पुराण आदि प्राचीन ग्रंथों में मंदिर/तुलसी स्थान का वर्णन

मत्स्यपुराण, गरुड़पुराण आदि प्राचीन ग्रंथों में मंदिर/तुलसी स्थान का वर्णन

मात्स्यपुराण, गरुड़पुराण की ऐतिहासिक भूमिकाप्राचीन भारतीय संस्कृति में वेद, पुराण और अन्य धार्मिक ग्रंथों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इनमें मात्स्यपुराण और गरुड़पुराण विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं, क्योंकि ये…
सकारात्मक ऊर्जा के लिए कॉन्फ्रेंस रूम में फर्नीचर का स्थान और वास्तु के अनुसार व्यवस्था

सकारात्मक ऊर्जा के लिए कॉन्फ्रेंस रूम में फर्नीचर का स्थान और वास्तु के अनुसार व्यवस्था

कॉन्फ्रेंस रूम में वास्तु शास्त्र का महत्त्वभारतीय संस्कृति में वास्तु शास्त्र का एक विशेष स्थान है। यह न केवल हमारे घरों, बल्कि कार्यस्थलों और ऑफिस स्पेस के लिए भी उतना…
रसोई घर में गैस स्टोव और सिंक की उचित दिशा

रसोई घर में गैस स्टोव और सिंक की उचित दिशा

1. रसोई घर में गैस स्टोव और सिंक की दिशा का पारंपरिक महत्वभारतीय वास्तु शास्त्र में रसोई घर के भीतर गैस स्टोव और सिंक की दिशा का निर्धारण केवल स्थानिक…
दक्षिण-पश्चिम दिशा में वास्तु दोष को दूर करने हेतु चित्रों की चयन विधि

दक्षिण-पश्चिम दिशा में वास्तु दोष को दूर करने हेतु चित्रों की चयन विधि

1. दक्षिण-पश्चिम दिशा का वास्तु में महत्वभारतीय वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम दिशा (पश्चिम-दक्षिण कोण) को घर या किसी भी भवन के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है।…
घर के पुराने जल स्त्रोतों का वास्तु पूनरुद्धार और ऊर्जा संतुलन

घर के पुराने जल स्त्रोतों का वास्तु पूनरुद्धार और ऊर्जा संतुलन

1. परिचय: पारंपरिक जल स्त्रोतों का महत्वभारतीय संस्कृति में पुराने जल स्त्रोतों का एक विशिष्ट स्थान रहा है। प्राचीन काल से ही घरों और गाँवों में कुएं, बावड़ी, तालाब, झील…