वास्तु और पर्यावरण: स्वास्थ्य के लिए पौधों की भूमिका

वास्तु और पर्यावरण: स्वास्थ्य के लिए पौधों की भूमिका

1. वास्तु शास्त्र का महत्व और उसका पर्यावरण से संबंधवास्तु शास्त्र भारतीय संस्कृति की एक प्राचीन विद्या है, जो भवन निर्माण, दिशाओं के चयन, तथा प्रकृति के तत्वों के संतुलन…
रत्नों एवं उपरत्नों से वास्तु दोष शांति

रत्नों एवं उपरत्नों से वास्तु दोष शांति

1. वास्तु दोष क्या है?वास्तु शास्त्र भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो भवन निर्माण एवं स्थान चयन के लिए दिशा, ऊर्जा प्रवाह और पंचतत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु,…
डिजिटल युग में वास्तु सिद्धांत: स्ट्रेस फ्री जीवन के लिए आधुनिक समाधान

डिजिटल युग में वास्तु सिद्धांत: स्ट्रेस फ्री जीवन के लिए आधुनिक समाधान

1. डिजिटल युग में वास्तु का प्रासंगिकताडिजिटल युग में, जीवनशैली और कार्य संस्कृति में भारी बदलाव आया है। तकनीक के बढ़ते प्रभाव ने हमारे घरों और कार्यस्थलों की संरचना, ऊर्जा…
व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में मिरर प्लेसमेंट के वास्तु टिप्स

व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में मिरर प्लेसमेंट के वास्तु टिप्स

1. आर्थिक समृद्धि के लिए मिरर की दिशाव्यावसायिक प्रतिष्ठानों में दर्पण (मिरर) की सही दिशा का चुनाव वास्तु शास्त्र में आर्थिक प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। भारतीय…
रसोई सामग्री का संधारण: वास्तु की दृष्टि से सही या गलत

रसोई सामग्री का संधारण: वास्तु की दृष्टि से सही या गलत

1. रसोई सामग्री का उचित स्थान: वास्तु के अनुसार दिशाएँवास्तु शास्त्र के अनुसार रसोईघर में रखी जाने वाली दाल, चावल, तेल, मसाले आदि खाद्य सामग्रियों को सही दिशा और स्थान…
सीढ़ियों के समीप जल स्त्रोत रखना: वास्तु में अनुमति या निषेध

सीढ़ियों के समीप जल स्त्रोत रखना: वास्तु में अनुमति या निषेध

1. परिचयवास्तु शास्त्र भारतीय वास्तुकला और जीवनशैली में संतुलन एवं सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए नियमों का एक प्राचीन विज्ञान है। आज के समय…
जन्म कुंडली के अनुसार मुख्य द्वार की दिशा का चुनाव

जन्म कुंडली के अनुसार मुख्य द्वार की दिशा का चुनाव

1. जन्म कुंडली और वास्तु शास्त्र का संबंधभारतीय परंपरा में जन्म कुंडली (ज्योतिष) और वास्तु शास्त्र दोनों का विशेष महत्व है। जन्म कुंडली व्यक्ति के जीवन के ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति…
वास्तु शास्त्र में उल्लिखित आदर्श चित्र और रंगों का तुलनात्मक विश्लेषण

वास्तु शास्त्र में उल्लिखित आदर्श चित्र और रंगों का तुलनात्मक विश्लेषण

1. परिचयभारतीय वास्तु शास्त्र, जो कि प्राचीन भारतीय वास्तुकला और आंतरिक सजावट का वैज्ञानिक आधार है, में चित्रों और रंगों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह न केवल…
राहु-केतु के लिए घर में की जाने वाली पारंपरिक पूजा विधियाँ

राहु-केतु के लिए घर में की जाने वाली पारंपरिक पूजा विधियाँ

1. राहु-केतु का महत्व और प्रभावभारतीय ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को छाया ग्रह माना जाता है। ये दोनों ग्रह किसी भी कुंडली में विशेष स्थान रखते हैं और…
धन प्राप्ति में नवग्रह और वास्तु का योग

धन प्राप्ति में नवग्रह और वास्तु का योग

1. धन प्राप्ति में नवग्रहों का महत्वभारतीय संस्कृति और ज्योतिष शास्त्र में धन, समृद्धि और सुख-सम्पन्नता के लिए नवग्रहों का विशेष महत्व है। नवग्रह — सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु…