बालकनी में जल तत्वों का स्थान और उनकी वास्तु अनुकूलता

बालकनी में जल तत्वों का स्थान और उनकी वास्तु अनुकूलता

1. परिचय: वास्तु शास्त्र में जल तत्व का महत्त्वभारतीय वास्तु शास्त्र में पंचतत्वों—पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश—का विशेष स्थान है, जिनमें से जल तत्व को जीवन का आधार माना…
मिट्टी की दीवारें: बनावट, रखरखाव और वास्तु लाभ

मिट्टी की दीवारें: बनावट, रखरखाव और वास्तु लाभ

1. मिट्टी की दीवारों का पारंपरिक महत्वभारतीय ग्रामीण वास्तुकला में मिट्टी की दीवारें सदियों से एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती आ रही हैं। भारत के विभिन्न प्रांतों में, मिट्टी को न…
राहु-केतु दोष और वास्तु में सुरक्षा के उपाय

राहु-केतु दोष और वास्तु में सुरक्षा के उपाय

1. राहु-केतु दोष: परिचय और प्रभावभारतीय ज्योतिष में राहु और केतु दो छाया ग्रह माने जाते हैं, जिनका कुंडली में विशेष स्थान होता है। जब ये दोनों ग्रह किसी व्यक्ति…
प्लॉट खरीद के समय वास्तु सलाहकार किससे संपर्क करें?

प्लॉट खरीद के समय वास्तु सलाहकार किससे संपर्क करें?

वास्तु का महत्व और भूमिकाभारतीय संस्कृति में वास्तु शास्त्र का एक विशेष स्थान है। यह न केवल भवन निर्माण की पारंपरिक विधि है, बल्कि जीवन में सुख, समृद्धि और सकारात्मक…
जल ऊर्जा का वास्तु में महत्व: सकारात्मक ऊर्जा के लिए दिशाएँ

जल ऊर्जा का वास्तु में महत्व: सकारात्मक ऊर्जा के लिए दिशाएँ

जल ऊर्जा और वास्तु: परिभाषा एवं मूल सिद्धांतभारतीय वास्तु शास्त्र में पंचतत्वों का अत्यंत महत्व है, जिनमें जल तत्व (पानी) एक प्रमुख स्थान रखता है। जल को जीवन का आधार…
पारंपरिक महाराष्ट्रीयन, बंगाली, और राजस्थानी छप्पर शैली की तुलनात्मक समीक्षा

पारंपरिक महाराष्ट्रीयन, बंगाली, और राजस्थानी छप्पर शैली की तुलनात्मक समीक्षा

छप्पर वास्तुकला का ऐतिहासिक पृष्ठभूमिभारत की पारंपरिक छप्पर शैलियाँ—महाराष्ट्रीयन, बंगाली और राजस्थानी—अपने-अपने क्षेत्रीय, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भों के अनुसार विकसित हुई हैं। इन छप्पर शैलियों का उद्गम भारत की विविध…
रसोई घर में जल स्रोत (सिंक एवं वाटर फ़िल्टर) की आदर्श दिशा

रसोई घर में जल स्रोत (सिंक एवं वाटर फ़िल्टर) की आदर्श दिशा

रसोई घर में जल स्रोत का सांस्कृतिक महत्त्वभारतीय परंपरा में जल को जीवन का आधार माना गया है। न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि दैनिक जीवन में भी जल की…