पंचतत्त्व और जीवनशैली: भारतीय गृह निर्माण में इन तत्वों की भूमिका

पंचतत्त्व और जीवनशैली: भारतीय गृह निर्माण में इन तत्वों की भूमिका

1. पंचतत्त्व की अवधारणा और उसका महत्वभारतीय संस्कृति में पंचतत्त्व—पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश—का अत्यंत गहरा पौराणिक और दार्शनिक महत्व है। यह पांच तत्व न केवल हमारे शरीर और…
वास्तु शास्त्र का इतिहास: पौराणिक दृष्टिकोण से पंचतत्त्व का महत्व

वास्तु शास्त्र का इतिहास: पौराणिक दृष्टिकोण से पंचतत्त्व का महत्व

वास्तु शास्त्र का परिचयवास्तु शास्त्र की मूल अवधारणावास्तु शास्त्र भारतीय परंपरा में स्थान, दिशा और ऊर्जा संतुलन की प्राचीन विद्या है। यह केवल भवन निर्माण तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन…
मोहेंजो-दड़ो और हड़प्पा सभ्यता में वास्तु शास्त्र के संकेत

मोहेंजो-दड़ो और हड़प्पा सभ्यता में वास्तु शास्त्र के संकेत

1. मोहेंजो-दड़ो और हड़प्पा सभ्यता का ऐतिहासिक परिचयमोहेंजो-दड़ो और हड़प्पा सभ्यताओं का संक्षिप्त परिचयमोहेंजो-दड़ो और हड़प्पा, सिंधु घाटी सभ्यता की दो प्रमुख नगर थीं, जो लगभग 3300 ईसा पूर्व से…
वास्तु शास्त्र के प्रमुख ग्रंथों और शिल्पियों का संक्षिप्त इतिहास

वास्तु शास्त्र के प्रमुख ग्रंथों और शिल्पियों का संक्षिप्त इतिहास

1. वास्तु शास्त्र का अर्थ एवं महत्ववास्तु शास्त्र की परिभाषावास्तु शास्त्र भारतीय पारंपरिक वास्तुकला और निर्माण की एक प्राचीन विद्या है, जिसमें भवन, मंदिर, नगर, और अन्य संरचनाओं के निर्माण…
प्राचीन भारतीय वास्तुकला का उद्भव और विकास

प्राचीन भारतीय वास्तुकला का उद्भव और विकास

प्राचीन भारतीय वास्तुकला का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्यभारतीय वास्तुकला का इतिहास बहुत पुराना और समृद्ध है। इसकी जड़ें सिंधु घाटी सभ्यता (हड़प्पा संस्कृति) से जुड़ी हुई हैं, जो लगभग 2500 ईसा पूर्व…