पूर्व दिशा में मिरर लगाने के लाभ और दोष

पूर्व दिशा में मिरर लगाने के लाभ और दोष

1. पूर्व दिशा में मिरर रखने का पारंपरिक महत्वभारतीय वास्तु शास्त्र में पूर्व दिशा का विशेष स्थान है। इसे सूर्य के उदय की दिशा माना जाता है और जीवन में…
वास्तु दोष निवारण में नौ ग्रहों की भूमिका

वास्तु दोष निवारण में नौ ग्रहों की भूमिका

वास्तु दोष का परिचय और भारतीय संदर्भभारत में वास्तु शास्त्र को घर और भवन निर्माण की एक प्राचीन विद्या माना जाता है। वास्तु दोष से तात्पर्य उन दोषों या समस्याओं…
ज्योतिष और वास्तु का समन्वय: सुख-समृद्धि के लिए अनिवार्य नियम

ज्योतिष और वास्तु का समन्वय: सुख-समृद्धि के लिए अनिवार्य नियम

1. ज्योतिष और वास्तु का परिचयभारतीय संस्कृति में ज्योतिष (ज्योतिष शास्त्र) और वास्तु (वास्तु शास्त्र) को सदियों से जीवन के दो महत्वपूर्ण स्तंभ माना गया है। ये दोनों न केवल…
गाँव की पारंपरिक वेशभूषा और मंदिर में जाने के नियम : एक सांस्कृतिक अध्ययन

गाँव की पारंपरिक वेशभूषा और मंदिर में जाने के नियम : एक सांस्कृतिक अध्ययन

गाँव की पारंपरिक वेशभूषा का महत्वभारतीय गाँवों में वेशभूषा की पहचानभारत के हर राज्य और गाँव की अपनी एक अनूठी संस्कृति और परंपरा होती है, जिसमें वेशभूषा का विशेष स्थान…
आधुनिक भवन निर्माण में वास्तु के मूल सिद्धांतों का समावेश

आधुनिक भवन निर्माण में वास्तु के मूल सिद्धांतों का समावेश

वास्तु शास्त्र का परिचय और इसकी सांस्कृतिक प्रासंगिकताआधुनिक भवन निर्माण में वास्तु के मूल सिद्धांतों का समावेश आज के समय में अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। भारत में वास्तु शास्त्र…
नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए दीपक व धूप की शक्ति

नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए दीपक व धूप की शक्ति

1. नकारात्मक ऊर्जा का भारतीय अवधारणा में महत्त्वभारतीय सभ्यता में नकारात्मक ऊर्जा की भूमिकाभारत की प्राचीन सभ्यता में ऊर्जा को केवल शारीरिक शक्ति नहीं माना गया, बल्कि यह जीवन के…
प्राचीन भारतीय ग्रंथों में राहु-केतु और वास्तु शास्त्र का संबंध

प्राचीन भारतीय ग्रंथों में राहु-केतु और वास्तु शास्त्र का संबंध

1. प्राचीन भारतीय ग्रंथों में राहु-केतु का महत्वराहु-केतु की उत्पत्ति: पौराणिक कथाभारतीय संस्कृति में राहु और केतु का नाम सुनते ही हमें हिंदू ज्योतिष, पुराणों और धार्मिक ग्रंथों की अनेक…
सर्वधर्म समभाव: ग्रामीण भारत में विभिन्न मतों के मंदिर और तुलसी के स्थान

सर्वधर्म समभाव: ग्रामीण भारत में विभिन्न मतों के मंदिर और तुलसी के स्थान

परिचय: सर्वधर्म समभाव का सिद्धांत और उसका महत्वभारत एक ऐसा देश है जहाँ विविधता में एकता की अद्भुत मिसाल देखने को मिलती है। यहाँ अनेक धर्म, संप्रदाय, और मान्यताएँ सह-अस्तित्व…
मकान की नींव में वास्तु के पंचतत्वों का समावेश

मकान की नींव में वास्तु के पंचतत्वों का समावेश

वास्तु शास्त्र और पंचतत्वों की भूमिकाभारत में वास्तु शास्त्र का महत्वभारत में मकान बनाते समय वास्तु शास्त्र का पालन करना एक पुरानी परंपरा रही है। वास्तु शास्त्र केवल भवन निर्माण…
प्लॉट चयन में स्थानीय जनसंख्या और सामाजिक परिवेश का विचार

प्लॉट चयन में स्थानीय जनसंख्या और सामाजिक परिवेश का विचार

1. भूमि चयन का सांस्कृतिक महत्वभारतीय समाज में भूमि का चयन केवल एक व्यावसायिक या निवेश का निर्णय नहीं है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परंपराओं से भी गहराई…