सीढ़ियों के समीप जल स्त्रोत रखना: वास्तु में अनुमति या निषेध

सीढ़ियों के समीप जल स्त्रोत रखना: वास्तु में अनुमति या निषेध

1. परिचयवास्तु शास्त्र भारतीय वास्तुकला और जीवनशैली में संतुलन एवं सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए नियमों का एक प्राचीन विज्ञान है। आज के समय…
जन्म कुंडली के अनुसार मुख्य द्वार की दिशा का चुनाव

जन्म कुंडली के अनुसार मुख्य द्वार की दिशा का चुनाव

1. जन्म कुंडली और वास्तु शास्त्र का संबंधभारतीय परंपरा में जन्म कुंडली (ज्योतिष) और वास्तु शास्त्र दोनों का विशेष महत्व है। जन्म कुंडली व्यक्ति के जीवन के ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति…
वास्तु शास्त्र में उल्लिखित आदर्श चित्र और रंगों का तुलनात्मक विश्लेषण

वास्तु शास्त्र में उल्लिखित आदर्श चित्र और रंगों का तुलनात्मक विश्लेषण

1. परिचयभारतीय वास्तु शास्त्र, जो कि प्राचीन भारतीय वास्तुकला और आंतरिक सजावट का वैज्ञानिक आधार है, में चित्रों और रंगों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह न केवल…
राहु-केतु के लिए घर में की जाने वाली पारंपरिक पूजा विधियाँ

राहु-केतु के लिए घर में की जाने वाली पारंपरिक पूजा विधियाँ

1. राहु-केतु का महत्व और प्रभावभारतीय ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को छाया ग्रह माना जाता है। ये दोनों ग्रह किसी भी कुंडली में विशेष स्थान रखते हैं और…
धन प्राप्ति में नवग्रह और वास्तु का योग

धन प्राप्ति में नवग्रह और वास्तु का योग

1. धन प्राप्ति में नवग्रहों का महत्वभारतीय संस्कृति और ज्योतिष शास्त्र में धन, समृद्धि और सुख-सम्पन्नता के लिए नवग्रहों का विशेष महत्व है। नवग्रह — सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु…
शयनकक्ष में रंग चयन: वास्तु और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से

शयनकक्ष में रंग चयन: वास्तु और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से

1. शयनकक्ष में रंगों का वास्तु शास्त्र में महत्वभारतीय वास्तु शास्त्र में शयनकक्ष के रंगों का चयन केवल सौंदर्य की दृष्टि से नहीं, बल्कि ऊर्जा संतुलन और मानसिक स्वास्थ्य के…
गोशाला का फर्श, छत तथा दीवारें: स्थानीय शैली एवं वास्तुशास्त्रीय सुझाव

गोशाला का फर्श, छत तथा दीवारें: स्थानीय शैली एवं वास्तुशास्त्रीय सुझाव

1. गोशाला के फर्श की स्थानीय शैली एवं वास्तुशास्त्रीय विशेषताएँस्थानीय शैली में फर्श निर्माण की परंपराभारत के विभिन्न क्षेत्रों में गोशालाओं के फर्श का निर्माण स्थानीय जलवायु, मिट्टी की उपलब्धता…
दर्पण एवं कांच से पैदा होने वाली नकारात्मक ऊर्जा और समाधान

दर्पण एवं कांच से पैदा होने वाली नकारात्मक ऊर्जा और समाधान

1. दर्पण और कांच की भारतीय परंपरा में भूमिकाभारतीय संस्कृति और वास्तु शास्त्र में दर्पण (आईना) और कांच का विशेष महत्व रहा है। प्राचीन काल से ही ये दोनों वस्तुएँ…
वास्तु अनुसार प्लॉट के आकार और नींव की दिशा की संगति

वास्तु अनुसार प्लॉट के आकार और नींव की दिशा की संगति

भूमि का प्रकार और वास्तु का महत्वभारतीय वास्तु शास्त्र में भूमि का चयन एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रक्रिया मानी जाती है। प्लॉट के आकार और नींव की दिशा की संगति के…
मुख्य द्वार के पास दर्पण: वास्तु से जुड़ी भ्रांतियाँ और समाधान

मुख्य द्वार के पास दर्पण: वास्तु से जुड़ी भ्रांतियाँ और समाधान

1. मुख्य द्वार के पास दर्पण: क्या कहता है वास्तु शास्त्र?भारतीय वास्तु शास्त्र में मुख्य द्वार का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है, क्योंकि इसे घर की ऊर्जा के प्रवेश और निकास…